सेक्टर 45 डी चंडीगढ में आज माघ मास की मोनी अमावस्या के उपलक्ष्य में लगाया गया विशाल भंडारा

सेक्टर 45 डी चंडीगढ में आज माघ मास की मोनी अमावस्या के उपलक्ष्य में लगाया गया विशाल भंडारा

सेक्टर 45 डी चंडीगढ में आज माघ मास की मोनी अमावस्या के उपलक्ष्य में लगाया गया विशाल भंडारा

सेक्टर 45 डी चंडीगढ में आज माघ मास की मोनी अमावस्या के उपलक्ष्य में लगाया गया विशाल भंडारा

आज गौरी शंकर सेवादल गौशाला सेक्टर 45 डी चंडीगढ में आज माघ मास की मोनी अमावस्या के उपलक्ष्य में विशाल भंडारा लगाया गया इस उपलक्ष्य में भक्तजनों ने प्रसाद के रूप में लंगर ग्रहण किया और गौ माता का आशीर्वाद प्रदान किया इस अवसर पर संस्था के सदस्य जी ने बताया कि मौनी अमावस्या का उपवास, स्नान और दान करने का दिन है।  माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। इस दिन मौन रहने का बड़ा महत्व है। व्रत रखने वालों को मौन रहते हुए व्रत के नियमों का पालन करना चाहिए। मौनी अमावस्या के दिन श्रीहरि का पूजन किया जाता है। कई श्रद्धालु मौनी अमावस्या के दिन व्रत भी रखते हैं। मौनी अमावस्या के दिन मौन व्रत रखने का भी विशेष महत्व है। हमारे शास्त्रों के अनुसार   इस दिन मौन व्रत रखकर एवं जप करने से कई गुणा अधिक पुण्य की प्राप्ति होती है  जो भी  मनुष्य इस दिन संकल्प ले कर पूरे विधि विधान के साथ मौन व्रत रखता है उसकी समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं और उसे मुनि वृद्धि की प्राप्ति होती है अगर आप पूरे दिन मौन व्रत नहीं रख सकते हैं तो कम से कम स्नान और दान पुणसे पहले सवा घंटे का मौन व्रत जरूर  करे। और इस दिन गौमाता का को चारा डालने से   समस्त रोग कष्ट पीड़ा दुख निवारण हो जाता है एवं पित्रों का आशीर्वाद प्राप्त होता है